Thursday, February 10, 2011

शब्द और सोच


दुश्मन : कोई लाख बुरा चाहे तो क्या होता है, वही होता है जो मांजूरे खुदा होता है।
दुश्मन वो होता है जो हमे हमेशा दुख: देने की सोचता रहता है। भले ही दुश्मन कितना ही कमज़ोर क्यो ना हो लेकिन हमे उसे कमज़ोर नही समझना चाहिए, क्योंकि चीटी को हम कितना ही छोटा और कमज़ोर समझे लेकिन व‌क़्त आने पर वो भी हाथी को पछाड़ सकती है। और सबसे बड़ी बात तो ये है कि हम जितना सामने वाले का बुरा सोचेंगे उतना ही हमारे साथ बुरा होगा।

दोस्त : दोस्त वही होता है जो मुसिबत के वक़्त दोस्त के काम आए, अकसर लोग दोस्त बना तो लेते है लेकिन दोस्त का मतलब नही समझ पाते, दोस्ती का मतलब है- सिर्फ खुशी मे ही शरीक ना होना, उसके दुख-दर्द मे उसका साथ देना, अच्छे-बुरे की सलाह देना और दोस्त को समझना।
अगर आपकी अपने बेस्ट फ्रेन्ड से लड़ाई हो जाए और आप उससे बोलना छोड़ दें तो आप बेस्ट फ्रेंड नही हो अगर आप सच्चे और पक्के मित्र हो तो अपनी गलती ना होते हुए भी उससे माफी मांग लो और बात करना शुरू करो आज नही तो कल उसे अपनी गलती का एहसास हो ही जाएगा कि वो कहा गलत था और आप कहा सही।

मुश्किल : हमारे सामने चाहे कितनी ही बड़ी मुश्किल क्यो ना आ जाए, हमे निराश नही होना चाहिए क्योंकि मुश्किलों का जीवन मे आना-जाना लगा ही रहता है इसलिए हमे उसके साथ और उसके विरुद्ध जीना सीख लेना चाहिए।
हमे कभी मुश्किल घड़ी मे हार नही माननी चाहिए, जितना हम निराशा का शिकार होंगे उतना ही मुश्किल बढ़ती जाएगी इसलिए उसका डरकर नही डटकर सामना करना ज़रूरी है।

प्रयास : अगर हम किसी भी काम मे असफल हो जाए तो हमे हिम्मत नही हारनी चाहिए, हमे फिर से प्रयास करना चाहिए चाहे हमे कितना भी असफलता का सामना करना पड़े, हमे उससे जूझने के जरिए और तरीके ढूढते रहना चाहिए और इसी नीती से हम एक--एक दिन कामयाब हो ही जाएंगे। क्योंकि कुछ मौके देर से आते हैं लेकिन दुरुस्त आते हैं।

बीमारी : एक बार बीमारी ने दौलत से कहा :- तुम कितनी खुश-नसीब हो कि तुम्हे पाकर लोग ऐशो-आराम से जिन्दगी बिताते हैं और मैं कितनी बद-नसीब हूं कि मुझे पाते ही लोग एक ही चारपाई पर पड़े रहते है, कोसते हैं, गालियाँ देते हैं।
ये सुन कर दौलत ने बीमारी से कहा :- खुश-नसीब तो तुम हो कि लोग तुम्हे पाकर खुदा को याद कर लेते हैं। और बद-नसीब तो मैं हूं कि मुझे पाकर लोग खुदा को भूल जाते हैं।


Parvez Saifi

6 comments:

  1. सभी शब्‍दों की बेहतरीन व्‍याख्‍या। वाह, आपने तो कमाल का लिख दिया।

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  2. .
    बेहतरीन.. और सकारात्मक भी !

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  3. बहुत उम्दा विचार
    बढ़िया लगी पोस्ट

    आभार

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  4. इस बात में कोई भी दो राय नहीं है कि लिखना बहुत ही अच्छी आदत है, इसलिये ब्लॉग पर लिखना सराहनीय कार्य है| इससे हम अपने विचारों को हर एक की पहुँच के लिये प्रस्तुत कर देते हैं| विचारों का सही महत्व तब ही है, जबकि वे किसी भी रूप में समाज के सभी वर्गों के लोगों के बीच पहुँच सकें| इस कार्य में योगदान करने के लिये मेरी ओर से आभार और साधुवाद स्वीकार करें|

    अनेक दिनों की व्यस्ततम जीवनचर्या के चलते आपके ब्लॉग नहीं देख सका| आज फुर्सत मिली है, तब जबकि 14 फरवरी, 2011 की तारीख बदलने वाली है| आज के दिन विशेषकर युवा लोग ‘‘वैलेण्टाइन-डे’’ मनाकर ‘प्यार’ जैसी पवित्र अनुभूति को प्रकट करने का साहस जुटाते हैं और अपने प्रेमी/प्रेमिका को प्यार भरा उपहार देते हैं| आप सबके लिये दो लाइनें मेरी ओर से, पढिये और आनन्द लीजिये -

    वैलेण्टाइन-डे पर होश खो बैठा मैं तुझको देखकर!
    बता क्या दूँ तौफा तुझे, अच्छा नहीं लगता कुछ तुझे देखकर!!

    शुभाकॉंक्षी|
    डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’
    सम्पादक (जयपुर से प्रकाशित हिन्दी पाक्षिक समाचार-पत्र ‘प्रेसपालिका’) एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष-भ्रष्टाचार एवं अत्याचार अन्वेषण संस्थान (बास)
    (देश के सत्रह राज्यों में सेवारत और 1994 से दिल्ली से पंजीबद्ध राष्ट्रीय संगठन, जिसमें 4650 से अधिक आजीवन कार्यकर्ता सेवारत हैं)
    फोन : 0141-2222225(सायं सात से आठ बजे के बीच)
    मोबाइल : 098285-02666

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  5. जीवन में सदा उपयोगी सुझाव. धन्यवाद...

    हिन्दी ब्लाग जगत में आपका स्वागत है, कामना है कि आप इस क्षेत्र में सर्वोच्च बुलन्दियों तक पहुंचें । आप हिन्दी के दूसरे ब्लाग्स भी देखें और अच्छा लगने पर उन्हें फालो भी करें । आप जितने अधिक ब्लाग्स को फालो करेंगे आपके अपने ब्लाग्स पर भी फालोअर्स की संख्या बढती जा सकेगी । प्राथमिक तौर पर मैं आपको मेरे ब्लाग 'नजरिया' की लिंक नीचे दे रहा हूँ आप इसका अवलोकन करें और इसे फालो भी करें । आपको निश्चित रुप से अच्छे परिणाम मिलेंगे । कृपया जहाँ भी आप ब्लाग फालो करें वहाँ एक टिप्पणी अवश्य छोडें जिससे दूसरों को आप तक पहुँच पाना आसान रहे । धन्यवाद सहित...
    http://najariya.blogspot.com/

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  6. इस सुंदर से चिट्ठे के साथ आपका हिंदी चिट्ठा जगत में स्‍वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!

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